Thursday, January 5, 2012

Thanking You All










People will criticize you and think you are fool,
But don’t get angry just keep cool.
Keep working with interest, patience is your tool,
Ignore useless comments, stay away from arguments that’s success rule.

Whenever you are going to do something or start,
You will get suggestions lot,
But it depends on you to follow or not,
Don’t resist, don’t argue and don’t take it to heart.

Well wishers of yours will praise you for good deeds,
They never expect anything, but will present in your needs.
But evil minds unhappy with your respectful deeds,
Try to defame you, searches for fault to loudly read.

But don’t get irritated since thorns present along with rose,
Don’t bother too much; you are right that God knows.
Just say thanking you all and give humble bows,
You are forgiving, kind and peaceful it shows.


Sunday, January 1, 2012

मेरी प्रार्थना

काश मेरा एक एक शब्द इतना मधुर हो जाता,
जो लोगो के दिलो को छू जाता,
काश मै कुछ ऐसा कर पाता,
जिस से दुःखियो का दुःख मिट जाता |

जो मै अपने मन पे नियंत्रण कर पाता,
अच्छे बुरे में अंतर करके अपना ज्ञान बढाता,
हो जाता कुछ क्षण का अहंकार कभी जो,
मानवता को ठेस मिला तब, उसका पश्चाताप मुझे हो |

किया है जब जब कडवे शब्द का प्रयोग,
दुःख पहुँचाया अपनो को तब, जिस का कारण क्रोध का रोग,
कर पाता जो मै इस क्रोध पे काबु,
क्षमता बढती सेहनी कि और बोल होते मेरे जादु |

प्रार्थना है भगवान से इमानदारी न मेरी जाने पाए,
चाहे कठिनाई या जिवन में मजबुरी आए,
मिले असफलता या रहूँ मैं सबसे पिछे,
ना जाए मेरा इमान रहूँ मैं इश्वर कि नजर में सबसे ऊँचे |

ना चाह है मुझे बनने का धनवान,
मै चाहता हुँ बनना दयावान,
प्रभु मुझे तुम शक्ती दो, कर सकुँ मै शत्रु को माफ,
सबके प्रती मै प्रेम करु न रहुँ किसी के खिलाफ |

न जियो झूठ के सहारे

क्यूं देते हो तुम खुद को धोका,
झुठ के सहारे, चाहते हो आगे बढने का मौका,
जितना भी तुम दगेबाजी करोगे,
अपना मान स्वयं घटाके, उतना ही तुम पिछे रहोगे |

करके बईमानी सोचते हो मै पा रहा सम्मान,
क्या तुम इतना भूल गए सारी दुनिया पे निगरानी,
रख रहा है भगवान |

अपनी छवी मिटा रहे हो, अपना इमान गंवा रहे हो,
सच्चाइ ना छुपती है, बईमानी कि गाडी फसती है,
तब सारी दुनिया हसती है, बेकार तुम्हारी मस्ती है |

धोके से आगे बढ सकते हो कुछ दिन,
पर कुछ ना कर सकोगे सहारे के बिन |

करो प्रशंसा उसकी तुम, 
अपने नाम से दिखा रहे तुम जिसका गुण,
नही करोगे ऐसा तुम लेकिन,
क्योंकि दिन ना कटता तुम्हारा चोरी के बिन |

अधिकार किसी का छिन के तुम,
पाप का बोझ ना लादो तुम,
क्योंकि जब ईश्वर तुम से रूठ गए,
समझो एकदम से तुम लुट गए |