थर थर कांपे शत्रु जिस से
शौर्यता के लाखों किस्से
सुरक्षित करे पुरे देश के हिस्से
जोखिम से भी जिनके रिश्ते
न हारे है ना हारेंगे
सब वीरो के सरदार है ये
साहस इनके सिंहो जैसे
ह्रदय से भी बलवान है ये
डटे रहे ये सीमा पे जब
लक्ष्मण रेखा बन जाए
शत्रु इन्हे जो पार करे तो
फिर से घर ना जा पाए
थकना जिसने सीखा नहीं
देश प्रेम कभी फीका नहीं
सहते है जो हर मौसम को
कभी ऐसे सैनिक देखे कहीं
वीरता के सारे गुण है
देश प्रेम की जिसमे धुन है
वीरगति का दिया प्रमाण
जय हिन्द की सेना सबसे महान
सुख चैन को जिसने त्यागा
हर रात में है जो जागा
न हो देश में कोई बाधा
किया भारत माँ से वादा
मैं करू प्रणाम तुम्हे जय जवान
तुमसे देश को है अभिमान
भारत माँ की आन और शान
जय हिन्द की सेना सबसे महान
शौर्यता के लाखों किस्से
सुरक्षित करे पुरे देश के हिस्से
जोखिम से भी जिनके रिश्ते
न हारे है ना हारेंगे
सब वीरो के सरदार है ये
साहस इनके सिंहो जैसे
ह्रदय से भी बलवान है ये
डटे रहे ये सीमा पे जब
लक्ष्मण रेखा बन जाए
शत्रु इन्हे जो पार करे तो
फिर से घर ना जा पाए
थकना जिसने सीखा नहीं
देश प्रेम कभी फीका नहीं
सहते है जो हर मौसम को
कभी ऐसे सैनिक देखे कहीं
वीरता के सारे गुण है
देश प्रेम की जिसमे धुन है
वीरगति का दिया प्रमाण
जय हिन्द की सेना सबसे महान
सुख चैन को जिसने त्यागा
हर रात में है जो जागा
न हो देश में कोई बाधा
किया भारत माँ से वादा
मैं करू प्रणाम तुम्हे जय जवान
तुमसे देश को है अभिमान
भारत माँ की आन और शान
जय हिन्द की सेना सबसे महान